राजनीति का खेल

राजनीति!
इस खेल में किसी भी बात की 
कोई भी सीमा कहाँ होती है, 
यहाँ तो बस पासे पे पासे फैंके जाते हैं,
ना ही जीत का ना ही हार का 
कोई मतलब रहता है। 
यहाँ जो अंत तक 
बेहतर खेलेगा; 
वहीं विजेता कहलायेगा, 
और वही सही साबित होगा।

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