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अप्रैल, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

चुनाव

सुने हो! गाँव में आयो ''चौंकीदार"। बोलके  म्हारी बोली कह गयो मन की बात । ना देखे खाली गाँव ना पूछो किसी को हाल। शब्दों के चलाके बाण दिल जीत गयो ''सुबेदार"                    (पी एम जी का उत्तराखंड दौरा 2019 महाराणी आयो म्हारो खेत बैठ के उड़नखटोले मा।। हाथ दराती सैंडल पैर मा।। पहन विदेशी साड़ी करण लागी खेत की बाताँ।। छाटंन लागी फसल भरी दोपहरिया मा।। फिर आवेगी ये बात रख गयी हाथ मा।। जाते जावे कह गयी तुम भी देना साथ वोट मा।। मैं खेतियारन कहदीनी फिर आणा म्हारो खेत पाँचवे साल मा।। घणी प्यारी लागे जैसे कोई अफसरा भू-लोक मा।। जो भी होवे बड़ो सोणो लागे महाराणी को साथ मा ।।              (हेमा जी का आगरा दौरा2019 चुनाव)                             #देवी

तुम चाय पे ना बुलाते

हवाएं घटाएं हमें ना सताते। अगर चाय पर तुम हमें ना बुलाते। तुम्हें देख नजरें चुराना, छुपाना, अदाएं, सलीके, शरारत, बहाना, हमारी अदाएं हमें ना सताते। अगर चाय पर तुम हमें ना बुलाते चुड़ी बिंदि झुमके, नयन के इशारे, सुबह-शाम, सूरत बदलते नजारे, समा खूबसूरत हमें ना सुहाते। अगर चाय पर तुम हमें ना बुलाते। मगन मन मधुर मधुर संगीत गाएं, पुलक हृदय में प्रेम लहर लहराएं, कहानी, तुम्हारी हमें ना सुनाते। अगर चाय पर तुम हमें ना बुलाते।  कभी बेवजह यूं न हम मुस्कुराते, समय को कभी हम न ऐसे चुराते। अगर बात दिल की हमें ना बताते, अगर चाय पर तुम हमें ना बुलाते।                                                    # देवी

बदरिया

ओ मेघा काहे तू रूठे सूरज क्यों आँख दिखावे धरती को काहे सतावे बरखा  काहे खेले  आँख-मिचोली यूँ गरज-गरज के चमक-चमक के तू काहे इतना चिढ़ावे प्यासा चातक तुझे बुलावे कोयलिया  भी गीत सुनावे पपीहा भी खुब रिझावे अब तो बरसो रे बदरिया काहे दिखावे तू नखरिया नैना म्हारे तरसो अब तो मेघा बरसो   ।।                                  # देवी

हमारी राजनीति

   अंग्रेज आये हिन्दू-मुसलमान को आपस में लड़ाकर सालों तक राज किया, आजादी के समय भी आपस में लड़ाकर देश का विभाजन कर दियाऔर जाते-जाते हिन्दू-मुसलमान की राजनीति सिखा गये।जो आज तक कायम है। देश के मुद्दे को छोड़ कर चीन-पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात करते है। सभी जानते है सीमाओं की रक्षा करने के लिए सेनायें हरदम तैयार रहती हैं। हमको पूरा भरोसा है कि देश सुरक्षित हैं। फिर भी नेता देश के बात छोड़ कर हिन्दू-मुसलमान, चीन-पाकिस्तान और राष्ट्रवाद पर भाषण देते हैं और चुनाव में वोट देने की अपील करते हैं। 70साल के बाद भी  देश में बहुत सारी परेशानियाँ है, चाहे  पीने का पानी हो,  शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सुविधायें और भी कई परिस्थितियाँ है जो आज भी एक वर्ग तक नहीं पहुँच पातीं है। देश में आज भी आर्थिक तंगी है जिसे सुधारने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।  चुनाव देश के मुद्दों पर हो। ना की बातों और वादों पर, जिस भी पार्टी को मौका मिले वो देश को एक कदम आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हो। देश सर्वप्रथम है।    जय हिन्द जय भारत ⚘                                                                            #देवी

मेरे अल्फ़ाज़

  मैं मीरा देवी (देवी)        कठिन होता है खुद को पहचानना खुद की तलाश करना,खुद से मिलना, खुद से लड़ना,        जीवन की महानता खुद अपना मालिक बनने में है।        सबसे कठिन है अपने आप को पहचानना, हमें  अपने आप को पहचानने, अपने सामर्थ्य को जानना, अपनी क्षमताओं को आंकने और अपनी  सीमायें तक पहुंचने की अपनी  काब्लियत को जानने, ढूंढने और परखने की जरूरत है ।     अपनी संस्कृति और सभ्यता को समझने तथा  हजारों वर्षो से चली आ रही और अन्नत काल तक चलने वाली भारत भूमि के हर रूप हर रंग, यहाँ की '' अनेकता में एकता ''  के रहस्य और चमत्कार से जुड़ने और समझने के सफर पर हुँ,        जिन्दगी के कुछ बाकी पल जीने, कुछ अनुभव करने तो कुछ सबक सिखने के सफर पर हुँ।        यहाँ सब के अपने कुछ कायदे-कानून है जिन्दगी, दिल, दिमाग और किस्मत के उन सुलझे और अनसुलझे पहलूओं को समझने के सफर पर हुँ।     #जिंन्दगी के अपने ही नखरे है अपना कानून और अपने नियम है, यहाँ हम सिर्फ दलील कर सकते हैं फैसला लेने का हक सिर्फ जिन्दगी को है, यहाँ पहले से ही सब कुछ तय होता है। हम तो खिलौने होते है इसके, फिर भी... जिन्द