दिल का दरवाजा

दिल का दरवाजा 
खोलना हमारे बस में नहीं है,
चाहे दरवाजे पर
भगवान ही क्यों ना खड़े है।
हमें पता नहीं होता ये
कब और किसके लिए खुलेगा और क्यों ।
बड़ा अजीब होता है
ये दिल का दरवाजा,
ना सटल ना किवाड़ 
ना अकल की सुनता है ।
चाहे जितना जोर लगाओ
ये नहीं खुलता है और
जब बन्द करना होता है तो भी नहीं सुनता है।

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