होली
लाल ना हरा रंग मोहे भाये प्रेम रंग मोहे रंग दे तु अपने ही रंग में साँवरिया, धोबिया धोये चाहे सारी उमरिया तू रंग जा!हाँ तू रंग जा पिया मोरि कोरी कोरी चुनरिया, कोरे-कोरे कलश में मिलाये रंग केशरिया होरी खेलन आयौ रे श्याम रंग-बिरेंगी हुई गयी आज बदरिया, भर पिचकारी ऐसी मारी कि भीज गई राधा प्यारी हो हँस-हँस राधा संग... होरी खेले गिरधारी, गोपियों संग होरी खेले रे रशिया कि होली खेले रे साँवरिया।। होली है......... # देवी